shiv chalisa lyricsl for Dummies
shiv chalisa lyricsl for Dummies
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जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला। जरत सुरासुर भए विहाला॥
दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर
अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
शनिदेव मैं सुमिरौं तोही। विद्या बुद्धि ज्ञान दो मोही॥ shiv chalisa lyricsl तुम्हरो नाम अनेक बखानौं। क्षुद्रबुद्धि मैं जो कुछ जानौं॥
लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ आप जलंधर असुर संहारा ।
बृहस्पतिदेव की कथा
श्रीरामचरितमानस धर्म संग्रह धर्म-संसार एकादशी
तज्ञमज्ञान – पाथोधि – घटसंभवं, सर्वगं, सर्वसौभाग्यमूलं ।
बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
श्रीरामचरितमानस धर्म संग्रह धर्म-संसार एकादशी